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पुलिस नाकेबंदी के बाद भी कैसे भाग निकला Amritpal Singh, पंजाब में क्या हैं ज़मीनी हालात

Amritpal Singh द्वारा अजनाला हिंसा से शुरू किया गया हंगामा और उनके खालिस्तान की मांग के पीछे क्या है राज. उसकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस का पक्ष और उसके समर्थकों की क्या है राय. इन सभी तथ्यों की ग्राउंड रिपोर्ट के लिए Mojo Story की टीम पहुंची है Punjab.


By Team Mojo, 22 Mar 2023


खालिस्तान समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने भगोड़ा घोषित कर दिया है। पुलिस उसे पकड़ने के लिए बीते रविवार (19 मार्च) से ही छापेमारी कर रही है। पुलिस की यह छापेमारी पंजाब से लेकर हिमाचल व देश के अन्य हिस्सों में जारी है। पंजाब पुलिस ने इस मामले में अब तक 112 लोगों को गिरफ्तार किया है। अमृतपाल के चाचा और उसके ड्राइवर भी पुलिस गिरफ्त में हैं। इनके अलावा दो अन्य यानी चार लोगों पर राजद्रोह यानी National Security Act (NSA) की धारा लगाई गई है, और फिलहाल उन्हें डिब्रूगढ के जेल में रखा गया है।

इस बीच कई खबरें आईं कि अमृतपाल सिंह ने भागने के दौरान कई गाड़ियां बदलीं और नए सीसीटीवी साक्ष्य के मुताबिक़ वह मर्सिडीज कार से उतरकर बाइक से भागते हुआ दिख रहा है। पुलिस ने इसकी पुष्टि की है और मोटरसाइकिल को बरामद कर जांच में जुटी है। बता दें कि पुलिस ने अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों के खिलाफ 18 मार्च से कार्रवाई शुरू की थी, लेकिन अमृतपाल अभी तक पुलिस के हाथ नहीं लगा है।

अमृतपाल सिंह खुद को खुलेआम तौर पर खालिस्तानी समर्थक बताता है। इसके अलावा उस पर आरोप है कि उसने देश को तोड़ने वाले कई बयान दिए। लेकिन अमृतपाल का दावा है कि वह और उसका संगठन पंजाब में युवाओं की नशामुक्ति की लड़ाई लड़ता है। वे सिख समाज की भलाई चाहते हैं, उनका मानना है कि सिख ही राज करेगा।

बीते महीने 23 फरवरी को अमृतपाल और उसके साथियों ने पंजाब के अजनाला थाने में हिंसा की थी। उन्होंने अपहरण के आरोपी अपने एक साथी लवप्रीत तूफान की रिहाई को लेकर यह हंगामा खड़ा किया, और पुलिस से झड़प के बाद उसे छुड़ाकर ले गए। इस घटना को अमृतपाल के समर्थकों ने गुरुग्रंथ साहिब को आगे करके धार्मिक रंग देने का काम किया। उसके बाद से ही यह हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा।

अमृतपाल सिंह यहीं नहीं रुका, वह लगातार खालिस्तानी समर्थक और राष्ट्र विरोधी बात करके लोगों को भड़काता रहा। वह काफ़ी समय से पंजाब में चर्चित और राज्य की कानून व्यवस्था के लिए तनाव का कारण बना हुआ था। इसके जवाब में रविवार को जब पंजाब पुलिस ने उस पर कार्रवाई करते हुए गिरफ्तारी वारंट निकाला, तो वह भाग निकला।

पुलिस के मुताबिक़, अमृतपाल का 25 किलोमीटर तक पीछा किया गया, जिसके बाद वह लापता हो गया। सीसीटीवी जांच से पता चला कि इस दौरान उसने कई गाड़ियां बदलीं, ताकि पुलिस को चकमा दे सके। पुलिस ने उसकी तलाशी में पंजाब के अलावा हिमाचल तक में छापेमारी की, मगर वह अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।

Mohali Airport Road पर सुहाना सिंह गुरुद्वारे के पास अमृतपाल के समर्थन में प्रदर्शनरत लोगों से बात करतीं Barkha Dutt. Photo credit: Anoop Kumar

समर्थकों की क्या है राय

अमृतपाल सिंह के समर्थन में लोग पंजाब भर में प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसा ही एक प्रदर्शन मोहाली में एयरपोर्ट रोड पर हो रहा है, वहां प्रदर्शन कर रहे लोगों से हमने बात की। सुहाना सिंह गुरुद्वारा के पास प्रदर्शन में शामिल रविंदर सिंह ने बताया कि अमृतपाल ने नवजवानों को नशा छुड़ाने में बहुत मदद की है।

खालिस्तान समर्थन की बात को लेकर अमृतपाल की टेक पर रविंदर ने कहा कि इसमें कोई गलत बात नहीं है। हमारे अंदर रणधीर सिंह का खून है, हमने 41 साल राज किया है। आज हमारी ऐसी हालत है कि हमारी कहीं कोई सुनवाई नहीं है, ऐसे में खालिस्तान की मांग जायज़ है। यह मांग 1947 के पहले से चल रही है।

प्रदर्शनस्थल से कुछ दूर पर ही खेतीबाड़ी करने वाले रविंदर खालिस्तान की मांग जैसे विवादित मुद्दों में कैसे फंस गए, इस पर वे कहते हैं, “हमारे पास दूसरा कोई विकल्प ही नहीं है। खेती किसानी नुकसान का सौदा हो गया है। एमएसपी (MSP) को लेकर सरकार की उदासीनता जगजाहिर है।”

इसकी शिकायत तो आपकी सरकार से होनी चाहिए, उनसे इसकी मांग करनी चाहिए। बीते दिनों कृषि कानून को लेकर लोगों ने कड़ा विरोध किया तो सरकार को अपना फ़ैसला वापस लेना पड़ा। इस पर रविंदर प्रतिक्रिया देते हैं, “सरकार ने उस समय सिर्फ़ वादों का झुनझुना पकड़ा दिया। एमएसपी को लेकर आज भी सरकार की स्थिति स्पष्ट नहीं है। हमारी कहीं कोई सुनवाई नहीं है।”

स्थानीय लोगों की अपनी जिंदगी में चल रही परेशानी, यहां के किसानों की सरकार से नाराज़गी भी इसी मुद्दे में घुलमिल जा रहे हैं। और, यही कारण है कि अमृतपाल जैसे अलगाववादी सोच रखने वाले लोग इन लोगों को बड़ी आसानी से अपने उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल कर लेते हैं।

मौक़े पर मौज़ूद और भी कई लोग अमृतपाल सिंह के समर्थन में बातें कहते मिले, जिनका मानना है कि अमृतपाल सिंह जो कर रहा है, वह सही कर रहा है। लोगों का मानना है कि वह पहले से हिरासत में है और पुलिस इसे छिपा रही है, ताकि वह अपने हिसाब से उसे पेश कर सके।

पंजाब पुलिस IG Sukhchain Singh Gill ने अमृतपाल सिंह प्रकरण को लेकर बात की। Photo credit: Anoop Kumar

क्या कह रही है पुलिस

अमृतपाल सिंह प्रकरण को लेकर Mojo Story की एडिटर इन चीफ Barkha Dutt ने पंजाब पुलिस के प्रमुख IG Sukhchain Singh Gill से बात की। अमृतपाल की गिरफ़्तारी के संबंध में फैल रहे भ्रम को लेकर पुलिस प्रमुख ने कई खुलासे किए, और साथ ही इस मामले में पंजाब पुलिस कि स्थिति स्पष्ट की।

इस सवाल के जवाब में कि अमृतपाल के समर्थकों का मानना है कि वह पंजाब पुलिस की हिरासत में है, और पुलिस इसे छिपा रही है क्योंकि वह उसे अपने हिसाब से पेश करना चाह रही है; इस पर सुखचैन सिंह ने कहा, “यह बिलकुल निराधार बात है। अमृतपाल सिंह हमारी हिरासत में नहीं है।

अमृतपाल के चाचा और उसके ड्राइवर ने पुलिस को सरेंडर कर दिया है। इस मामले में अब तक 112 लोग गिरफ्तार किए गए हैं; क्या आपकी तरफ से ऐसा कोई आदेश था कि अमृतपाल पर कोई फायरिंग नहीं करनी है, आख़िर वह इतनी नाकेबंदी के बावज़ूद कैसे भाग निकला?

इस पर पंजाब पुलिस प्रमुख कहते हैं कि ऐसा कोई आदेश नहीं था, यह नाके पर मौज़ूद पुलिस अधिकारी की परिस्थिति के अनुसार ही कॉल होती है। हमारी तरफ से पूरी कोशिश थी कि उसे पकड़ा जाए। गिल ने कहा कि पूरे प्रदेश में छापेमारी चल रही है, हमें पूरा विश्वास है कि अमृतपाल को जल्द ही गिरफ़्तार कर लिया जाएगा।

अमृतपाल के संगठन से बरामद हथियार, बुलेट जैकेट और उसके घर के दरवाजे पर AFK का लोगो मिला है, इस मामले में सुखचैन सिंह ने बताया कि प्राथमिक जांच में यह पता चला है कि इसका संबंध ‘अनंतपुर फोर्स खालसा (Anantapur Force Khalsa)’ से है।

इससे अंदाजा लगाया जा है कि अमृतपाल अपनी एक प्राइवेट फ़ौज तैयार कर रहा था। इस पर आगे की जांच जारी है। फिलहाल इसमें राष्ट्र विरोधी गतिविधि के अंतर्गत चार लोगों पर NSA लगाया गया है।

गिरफ्तार चार लोगों को असम भेजे जाने पर पुलिस प्रमुख ने बताया कि एनएसए के अंतर्गत आरोपी को दूसरे राज्य में भेजे जाने का प्रावधान है, ताकि उनसे राज्य की कानून व्यवस्था प्रभावित न हो। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए ऐसा किया गया है।

सीमा पार आईएसआई (ISI) से अमृतपाल सिंह के संबंध को लेकर गिल ने कहा, “एक आरोपी दलजीत कलसी की गिरफ्तारी हुई है, उसके आईएसआई से संबंध रहे हैं। और, अमृतपाल को दलजीत सिंह के माध्यम से फंडिंग की जानकारी मिली है।” पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है।

Amritpal Singh और 'वारिस पंजाब दे' के कानूनी सलाहकार इमान सिंह खारा ने पंजाब पुलिस के खिलाफ हाई कोर्ट में दायर याचिका के बारे में बात की। Photo credit: Anoop Kumar

अमृतपाल के लीगल एडवाइजर ने क्या कहा

खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह और ‘वारिस पंजाब दे’ के कानूनी सलाहकार (Legal Advisor) इमान सिंह खारा को संदेह है कि अमृतपाल सिंह का फेक एनकाउंटर किया जा सकता है। इसको लेकर उन्होंने पंजाब पुलिस के खिलाफ़ यहां हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की है।

याचिका में इमान सिंह ने कोर्ट से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। उनकी मांग है कि पुलिस अमृतपाल को कोर्ट में पेश करे। इमान बताते हैं कि ऐसे कई सीसीटीवी फुटेज सामने आए हैं जिसमें अमृतपाल सिंह पुलिस की गाड़ी में दिख रहे हैं। ऐसे में यह मामला कागज़ पर दर्ज किए बिना व्यक्ति को हिरासत में लिए जाने का है। वे कहते हैं कि हमारी कोर्ट में इसी पर बहस हुई है।

अमृतपाल सिंह ने भागने के दौरान कई गाड़ियां बदलीं, इस पर उनके कानूनी सलाहकार कहते हैं, “मैंने ऐसा कोई सीसीटीवी फुटेज नहीं देखा, जिसमें अमृतपाल सिंह गाड़ियां बदल रहे हों।” वे आगे कहते हैं, “हम आगे भी कोर्ट से इस मामले में हस्तक्षेप करने और पुलिस द्वारा अमृतपाल सिंह को पेश करने की गुज़ारिश ही करेंगे।”

उन्होंने बताया, हमें लगता है कि अमृतपाल पहले से हिरासत में हैं और पुलिस इसे छिपा रही है। उनका कहना है कि यह संभव नहीं है कि पंजाब भर में पुलिस की तैनाती और टास्क फ़ोर्स लगाने, पूरी इंटरनेट सेवा बंद करने और इतने लोगों की गिरफ़्तारी के बाद अमृतपाल की नहीं हो सकी। यह पूरा खेल ही तो उनके लिए था।