Headline

Odisha Rail Accident: बालासोर में कैसे हुई अब तक की सबसे भयंकर रेल दुर्घटना, 280 से अधिक लोगों की मौत

ओडिशा में शुक्रवार शाम हुए रेल हादसे में मृतकों की संख्या 280 से अधिक हो गई है, वहीं 1000 के करीब लोग घायल हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस घटना के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद ओडिशा जाएंगे। उससे पहले हादसे को लेकर प्रधानमंत्री ने एक उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल रहे।


By Team Mojo, 3 Jun 2023


बालासोर में हुए रेल हादसे में पटरी से उतरे डिब्बे एक-दूसरी गाड़ियों से टकराए हुए, घटनास्थल पर राहत कार्य जारी है।

ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार को एक भीषण ट्रेन हादसा (Odisha Rail Accident) हुआ। बहनागा रेलवे स्टेशन के पास तीन ट्रेनों की आपस में टक्कर हो गई। अब तक मिली जानकारी के अनुसार कि रेल हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 280 हो गई है और करीब 1000 यात्री घायल हुए हैं। फिलहाल घटनास्थल पर बचाव कार्य जारी है, वहीं मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। एनडीआरएफ, ओडीआरएएफ और दमकल विभाग की टीम मौके पर मौजूद है। भीषण ट्रेन हादसे के बाद राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आज एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है।

जानकारी के अनुसार, कोलकाता से करीब 250 किलोमीटर दक्षिण में बालासोर जिले के बाहानगा बाजार स्टेशन के पास यह हादसा शुक्रवार शाम को सात बजे के करीब हुआ। माना जा रहा है कि यह भारत का अब तक का चौथा सबसे भीषण हादसा है। रेल मंत्रालय ने इस दुर्घटना की जांच के आदेश दिए हैं। भारतीय रेलवे ने एक बयान में बताया कि इस ट्रेन दुर्घटना की जांच दक्षिण-पूर्व सर्किल के रेलवे सुरक्षा आयुक्त ए एम चौधरी करेंगे।

रेलवे ने बयान जारी कर बताया कि यह ट्रेन हादसा हावड़ा जा रही बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12864) के डिब्बों के बाहानगा बाजार में पटरी से उतर जाने और दूसरी पटरी पर जा गिरने से हुए। पटरी से उतरे ये डिब्बे शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस (12841) से टकरा गए और उसके डिब्बे भी पलट गए। इसके बाद वे डिब्बे एक मालगाड़ी से टकरा गए, जिससे मालगाड़ी भी दुर्घटना की चपेट में आ गई।

पटरी से उतरे डिब्बों के नीचे से शवों को निकालने के लिए गैस कटर का इस्तेमाल किया गया। आपदा प्रबंधन कर्मी और दमकल कर्मी शवों को निकालने की कोशिशों में जुटे हैं। इस दुर्घटना के बाद रेल पटरियां लगभग पूरी तरह से ध्वस्त हो गई हैं और रेलगाड़ियों के कुछ डिब्बे एक-दूसरे पर चढ़े हुए हैं, जबकि कुछ डिब्बे टकराने के कारण पलट गए हैं।

रेल मंत्री ने मृतकों के परिजन के लिए 10-10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों के लिए दो-दो लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है।

वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने ओडिशा में हुई ट्रेन दुर्घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि घटनास्थल पर बचाव अभियान जारी है और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता दी जा रही है।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वह मुख्य सचिव और अन्य अधिकारियों के साथ निजी रूप से स्थिति की निगरानी कर रही हैं। उनके अनुसार, पश्चिम बंगाल सरकार ओडिशा सरकार और दक्षिण-पूर्व रेलवे के साथ समन्वय कर रही है।

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने रेल दुर्घटना होने के बाद ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक से बात की और घोषणा की कि वह ट्रेन में सवार तमिलनाडु के लोगों को बचाने के प्रयासों में समन्वय के लिए चार सदस्यीय पैनल की तैनाती कर रहे हैं।